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।। हे माँ मेरी दुनिया तुझी से है ।।

हे माँ मैं तुम बिन अधूरा हूँ, मेरी दुनिया तुझी से है। इक साये के लिए हूँ तरसा, जब तेरी याद सताये मुझे। हे माँ! मै तुझ बिन अधूरा हूँ, मेरी खुशियाँ तुझी से है। तेरी हाथो की नरमी, और ...

।। प्रेम प्रसंग ।।

मैंने उठायी , आज कलम लिखने चला मोहब्ते दास्ता ।। पर बया नही हो पाया , सायद उसकी ,चाहत येही थी । फिर मैंने सोचा लिखू क्या सायद ये मोहब्ते शिकायत होगा ।। मैंने उठायी , आज कलम लिखने चला मोहब्ते दास्ता ।। क्या सोचेगे लोग , मुझे फर्क नही पड़ता । क्योंकि मैं आज भी वैसा ही हू जैसा कल था ।। मैं आज भी खुश होता हूँ , उसकी हँसी देख कर । सायद वो भी कभी ख़ुश हुई होगी मेरी हँसी पर ।। मैं आज भी उसी का हू , ये वो नही जानती । सायद वो मेरे किस्मत में नही , ये ईश्वर ही जानते होंगे ।। मैंने उठायी , आज कलम लिखने चला मोहब्ते दा स्ता ।।                                                                               ...

|| प्यारी बरसात ||

        प्यारी बरसात बरसात का है मौसम आया कितनी प्यारी है बरसात । पानी रिमझिम जुगनू टिमटिम जंगल फिर से हरे हुए हैं नदिया नाले भरे हुए है।। बरसात का है मौसम आया कितनी प्यारी है बरसात । भीग रहे है सबके घर आँगन आसमान भी शोर मचाये बादल के है मौज दिन रात ।। बरसात का है मौसम आया कितनी प्यारी है बरसात । खेतो में फैली हरियाली इन्द्र धनुष का रंग निराली मुस्काती फूलो की हरियाली जैसे कोई शुगंध की बारात ।। बरसात का है मौसम आया कितनी प्यारी है बरसात । रंग बिरंगे छाते लाएं जो जिसके मन भाय ।। बरसात का है मौसम आया कितनी प्यारी है बरसात ।                                                                     :-अमितेश कुमार गुप्ता